गुरुवार, फ़रवरी 11, 2010

लॉकर उगल रहे दौलत 






 
 

भोपाल।आयकर विभाग ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की ब्रांच मैनेजर सीमा जायसवाल के लॉकर बुधवार को खोल दिए। इसमें दो लॉकर तोड़े गए, जिसमें आयकर विभाग के हाथ रसूखदारों के बेहद अहम दस्तावेज मिले हैं। ओवरसीज बैंक की एमपी नगर शाखा में भी एक लॉकर खोला गया, जिसमें 500 के नोटों की गडि्डयां मिली। आयकर ने 14.5 लाख रूपए नकद सीज किए।
उधर, छत्तीसगढ़ में बैंक ऑफ बड़ौदा में आईएएस बाबूलाल अग्रवाल से जुड़े एक लॉकर से 15 लाख रूपए और कुछ जवाहरात मिले हैं। बाबूलाल अग्रवाल और बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा बैंक के दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ के मामले को सुलझाने के लिए विभाग ने सीबीआई की मदद ली है। वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सरकार ने बाबूलाल अग्रवाल को निलम्बित कर दिया है।

दीपक असाई ने दी आमद

इंजीनियर दीपक असाई बुधवार को आयकर विभाग पहुंचे। यहां अतिरिक्त आयकर निदेशक (अन्वेषण) अनूप कुमार दुबे ने उनसे पूछताछ की। बताया जा रहा है कि असाई की सास-ससुर और रिश्तेदारों के नाम से भी बेहिसाब संपत्ति है। इसकी जांच आयकर विभाग कर रहा है।

छत्तीसगढ़ में 15 लाख मिले

छत्तीसगढ़ में बैंक ऑफ बड़ौदा में बाबूलाल अग्रवाल से जुड़ा एक लॉकर (जी/135) खोला गया, जिसमें 15 लाख नगद और कुछ जवाहरात मिले हैं। आयकर विभाग का कहना है कि आखिरी बार यह लॉकर गत 13 जनवरी को संचालित किया गया था। इसके बाद से लॉकर नहीं खुला, लेकिन 1 फरवरी को बाबूलाल अग्र्रवाल द्वारा कहा गया कि लॉकर उसके रिश्तेदार के नाम हस्तांतरित कर दिया जाए। बिना लॉकर खोले उसे किसी और को देने के मामले में बैंक की मिलीभगत सामने आई है। बैंक रिकॉर्ड में बाबूलाल अग्रवाल के नाम को काटा गया है।

बैंकों से आयकर की अपील


आयकर विभाग ने सभी बैंकों से अपील की है कि दो गोदरेज कम्पनी और एक स्टील एज कम्पनी का लॉकर है, जिनके नम्बर क्रमश: 20/4010 और 2/4010 हैं। गोदरेज में 62 व 68 लॉकर नंबर हैं। ये जिस भी बैंक में हों, वे आयकर अधिकारी आकाश देवांगन से (9425603927) संपर्क कर सकते हैं। यह लॉकर 30 साल पुराना है।-

अशोक नंदा से तार जुड़े

पूर्व में डाले गए छापों में आयकर विभाग को अशोक नंदा के यहां से जो दस्तावेज मिले हैं, उनकी कड़ी छत्तीसगढ़ में सत्ता और नौकरशाही से जुड़ रही है। नंदा ने कई दस्तावेज में उल्लेख किया है कि किसको-कितने पैसे बांटे गए हैं। दो-दो लाख से लेकर करोड़ों तक का ब्योरा दस्तावेज में है। विभाग ये दस्तावेज सीबीआई को देने जा रहा है।

भ्रष्टाचार उजागर होते ही कार्रवाई

इंदौर। प्रदेश के मुख्य सचिव अवनि वैश्य ने कहा कि लोकायुक्त और ईओडबल्यू में भ्रष्टाचार से सम्बंधित चल रहे मामलों में भी जल्द कदम उठाए जाएंगे। इंदौर में सम्भागीय अफसरों की बैठक लेने के बाद उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार उजागर होते ही हमने दोषी अफसरों पर तुरंत सख्त कार्रवाई की है। इसी तरह की सख्ती जारी रहेगी। उन्होंने विभिन्न जांच आयोगों की अनुशंसा के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने के मसले पर कहा कि इन्हें माना जाना चाहिए।

लोकायुक्त और ईओडबल्यू के प्रकरणों में न्यायालयीन फैसलों का इंतजार नहीं होगा। इसमें जुर्म की तुलना में प्रशासनिक रूप से समय पर दंड दिया जाएगा। मुख्य सचिव ने भ्रष्टाचार में फंसे अफसरों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर कहा आयकर विभाग के पास शक्तियां ज्यादा होती हैं। शासन के पास इतने अधिकार नहीं है।

खंडवा नगर निगम कमिश्नर निलंबित

भोपाल। सूखा राहत कार्य में अनियमितताओं के चलते बुधवार को खंडवा नगर निगम आयुक्त रामवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया। उनके स्थान पर खंडवा की संयुक्त कलेक्टर अनुराधा सक्सेना को खंडवा नगर निगम कमिश्नर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। नगरीय प्रशासन विभाग को शिकायत मिली थी कि खंडवा नगर निगम में आयुक्त के पद पर पदस्थ रामवीरसिंह यादव ने सूखा राहत के लिए दी गई राशि से नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने चहेते पुराने ठेकेदारों को ही काम सौंपे।

यादव ने इसके लिए निविदा आमंत्रित करने की जरूरत भी नहीं समझी और निगम परिषद से भी विधिवत स्वीकृति नहीं ली। इन कार्योü में आर्थिक अनियमितता की शिकायत भी नगरीय प्रशासन विभाग को मिली थी, जो जांच में प्रमाणित हो गई। उनका मुख्यालय नगरीय प्रशासन विभाग संचालनालय भोपाल रहेगा।

भ्रष्टाचार के खिलाफ आईपीएस एकजुट

भोपाल । आईएएस दंपती अरविंद जोशी और टीनू जोशी प्रकरण से शर्मशार राज्य के आला अफसर आत्मालोकन में जुट गए हैं। आईपीएस ऑफीसर्स एसोसिएशन की बुधवार शाम एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नन्दन दुबे की अध्यक्षता में बैठक में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया गया।
सदस्यों को पिछले दिनों की मुख्यमंत्री की बैठक का ब्योरा देते हुए बताया गया कि मुख्यमंत्री अखिल भारतीय सेवाओं के अफसरों पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों से बेहद चिंतित हैं और चाहते हैं कि ऎसा आचरण करें कि लोगों को भरोसा बना रहे। एसोसिएशन के सचिव संजीव शमी ने एक संकल्प पढ़कर सुनाया, जिसका मजनून कुछ इस तरह था-"संघ के सदस्य भ्रष्टाचार को लेकर चिंतित हैं और इसके खिलाफ संषर्घ के प्रयासों में नैतिक, सदाचार को दोहराते हैं।
भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए हम अपने आपको पुनस्र्थापित करते हैं। भ्रष्टाचार के निवारण के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस पर विचार किया जाना चाहिए ताकि अच्छे प्रशासन को रेखांकित किया जा सके।" लगभग एक घंटे तक चली इस बैठक में 30 से ज्यादा आईपीएस अफसरों ने विचार भी व्यक्त किए। लगभग सभी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सुर में बोला। कुछ आईपीएस अधिकारियों ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए सुझाव भी दिए।

2.5 करोड़ का फर्जी होम लोन घोटाला

भोपाल। सीबीआई ने बुधवार को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के अरेरा हिल्स स्थित कार्यालय और दो बिल्डरों के यहां छापे की कार्रवाई कर लगभग ढाई करोड़ रूपए के फर्जी होम लोन घोटाले से सम्बंधित दस्तावेज जब्त किए। मामले में बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक केके चौरसिया और सहायक प्रबंधक बसंत पावसे सहित राजधानी कंसट्रक्शन के ब्रजेश सिंह यादव और शालीमार कंसट्रक्शन से जुडे बादशाह खान के खिलाफ हाल ही एफआईआर दर्ज की गई थी। इन लोगों ने फर्जी नाम और पहचान से जुडे दस्तावेज और बैंक के कतिपय अधिकारियों से मिलीभगत कर ढाई करोड़ रूपए का गृह ऋण स्वीकृत करा लिया था।कार्रवाई देर शाम तक जारी रही।

सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बैंक से गृह ऋण घोटाले से संबंधित दस्तावेज बरामद कर लिए गए हैं, जिनसे पता चलता है कि भारी-भरकम ऋण स्वीकृत करने में किस तरह अनियमितताएं बरती गई हैं। दस्तावेज की छानबीन में चौंका देने वाले खुलासे भी सामने आ सकते हैं।

लॉकर एक ही व्यक्ति 

भोपाल में लॉकर खोले जाने का सिलसिला बुधवार को भी जारी रही। आयकर विभाग ने गौतम नगर स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र तथा इंद्रपुरी स्थित साउथ इंडियन बैंक का लॉकर चाबी के अभाव में तोड़ा। ये लॉकर अलग-अलग क्रमश: संतोष जायसवाल और मनोज जायसवाल के नाम से हैं। आयकर विभाग को शक है कि ये दोनों व्यक्ति एक ही हैं। तीसरा लॉकर सीमा जायसवाल के नाम एमपी नगर की ओवरसीज बैंक शाखा में था, जिसमें 14.5 लाख की नकदी मिली।

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