गुरुवार, फ़रवरी 11, 2010

जांच में फंसे अफसर भी जाएंगे 





 
 

इंदौर। प्रदेश के मुख्य सचिव अवनि वैश्य ने कहा भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अफसर कोई भी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी को सरंक्षण नहीं दिया जाएगा। लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में चल रहे प्रकरणों में भी जल्द कदम उठाए जाएंगे।

बुधवार को इंदौर में संभागीय अफसरों की बैठक लेने के बाद वैश्य ने कहा हमने भ्रष्टाचार उजागर होते ही दोषी अफसरों पर तुरंत सख्त कार्रवाई की है। यही सख्ती जारी रहेगी। राष्ट्रीय आयोगों की सिफारिशें तक दरकिनार कर दिए जाने के सवाल पर उन्होंने स्वीकारा मेरी जानकारी में भी ऎसे मामले आए हैं। ऎसे प्रकरण नहीं लटकाए जाने चाहिए। अब इसे गंभीरता से लिया जाएगा। लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू के प्रकरणों में न्यायालयीन फैसलों का इंतजार नहीं होगा। इसमें जुर्म की गंभीरता देखते हुए ही प्रशासनिक रूप से समय रहते दंडित किया जाएगा। कार्रवाई सही समय पर होगी।

शासन द्वारा भ्रष्टाचार में फंसे अफसरों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा आयकर विभाग के पास शक्तियां ज्यादा होती है। शासन के पास इतने अधिकार नहीं है। हम उनसे जरूरी जानकारी हासिल कर रहे हैं।

उन्होंने बताया, मेरा सबसे ज्यादा जोर शासन की नीतियों का सही समय पर पालन करवाने पर रहेगा। हालांकि अपराधों के बढ़ते ग्राफ पर उन्होंने कुछ कहने से इनकार कर दिया। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी प्रमुख सचिव स्तर के अफसरों के डायरी नहीं भरने पर वे बोले समीक्षा कर रहे हैं।

"जमीन का दर्द" में जारी रहेगी कार्रवाई
सहकारी संस्थाओं द्वारा पात्र सदस्यों को भी प्लॉट नहीं दिए जाने संबंधी मामलों (जमीन का दर्द) पर उन्होंने कहा इसके दोषियों पर कार्रवाई जारी रहेगी। ऎसे मामलों में इंदौर में प्रभावी कार्रवाई हो ही रही है, जो जारी रहेगी।

ब्यूरोक्रेसी भी शर्मसार
भोपाल। आईएएस दंपति अरविंद और टीनू जोशी प्रकरण से शर्मसार अफसर आत्मालोकन में जुट गए हैं। बुधवार को आईपीएस एसोसिएशन ने भ्रष्टाचार से दूर रहने और इसके खिलाफ एकजुट होने का संकल्प पारित किया। अध्यक्ष नंदन दुबे की अध्यक्षता में बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया।

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